टाइटेनियम मिश्र धातुओं का उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में उनकी उच्च संक्षारण प्रतिरोधकता, उत्कृष्ट जैव-संगतता और लचीलेपन के निम्न मॉड्यूलस जैसे गुणों के कारण व्यापक रूप से किया जाता है।
अस्थि रोग इम्प्लांट: चूंकि टाइटेनियम मिश्र धातुओं में उत्कृष्ट जैव-संगतता, संक्षारण प्रतिरोधकता और मध्यम शक्ति के गुण होते हैं, इसलिए इनका उपयोग अस्थि रोग इम्प्लांट्स जैसे कृत्रिम जोड़, फ्रैक्चर स्थिरीकरण उपकरण, रीढ़ की हड्डी सुधार उपकरण आदि में व्यापक रूप से किया जाता है।
दंत अनुप्रयोग: दंत इम्प्लांट्स, क्राउन, पुल और इनलेज में दंत चिकित्सा में टाइटेनियम मिश्र धातु का उपयोग किया जाता है। चूंकि टाइटेनियम मिश्र धातु का लचीलेपन का मॉड्यूलस प्राकृतिक दांतों के समान होता है, अतः टाइटेनियम मिश्र धातु से बने दंत इम्प्लांट्स ऐल्वियोलर अस्थि पर दबाव कम कर सकते हैं, जिससे इम्प्लांट्स की स्थिरता और सफलता दर में सुधार होता है।
हृदय रोग उपकरण: टाइटेनियम मिश्र धातु का उपयोग हृदय रोग संबंधी स्टेंट और हृदय वाल्व जैसे चिकित्सा उपकरणों के निर्माण में भी किया जाता है। इन उपकरणों के लिए उत्कृष्ट संक्षारण प्रतिरोध और जैव-संगतता वाली सामग्री की आवश्यकता होती है, और टाइटेनियम मिश्र धातु इन आवश्यकताओं को पूरा करने में पूर्णतः सक्षम है।
चिकित्सा उपकरण: शल्य चिकित्सा उपकरणों जैसे छुरी, बल्लें और प्लायर्स आदि के निर्माण के लिए टाइटेनियम मिश्र धातु का हल्कापन, उच्च शक्ति और अच्छी जैव-संगतता इसे एक आदर्श सामग्री बनाती है। इसके अतिरिक्त, टाइटेनियम मिश्र धातु का उपयोग पहिया चुन्नी और बैलराम जैसी सहायता पुनर्वास उपकरणों के निर्माण में भी किया जाता है।